इरेक्टाइल डिसफंक्शन केवल बढ़ती उम्र के कारण नहीं होता है। हालाँकि यह 40 से अधिक उम्र के पुरुषों में सबसे आम है, लेकिन ऐसे कई कारक हैं जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनते हैं। बेशक लिंग में तंत्रिकाएँ और रक्त वाहिकाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालाँकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी भी इस जटिल स्थिति का हिस्सा हो सकती है। न्यूरोलॉजिकल विकारों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जुड़ा हुआ माना जाता है। अन्य चिकित्सा समस्याएँ भी एक अंतर्निहित कारण हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, 75% मधुमेह पुरुष अपने जीवनकाल में किसी न किसी तरह के इरेक्टाइल डिसफंक्शन का अनुभव करते हैं। और आज की दुनिया में, असंख्य दवाएँ भी लिंग के कार्य को बाधित कर सकती हैं।